tag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post5636383177403457754..comments2023-06-28T14:05:51.175+05:30Comments on मैं मूरख, तुम ज्ञानी: अविनाश वाचस्पति ब्लॉगरों को क्यों भरमा रहे?ज्ञानhttp://www.blogger.com/profile/03778728535704063933noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-47892595971101550162009-05-02T22:56:00.000+05:302009-05-02T22:56:00.000+05:30इस पोस्ट को ध्यान में रखते हुए ज्ञान जी को चुनाव...इस पोस्ट को ध्यान में रखते हुए ज्ञान जी को चुनाव आयोग का सर्वेसर्वा बनाया गया। अप्रैल के किसी दिन के किसी समाचार पत्र में यह समाचार प्रकाशित हुआ था। बधाई ज्ञान भाई।तन्वीhttps://www.blogger.com/profile/00225349781202361469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-63398041326520618962009-04-30T19:32:00.000+05:302009-04-30T19:32:00.000+05:30lijiye ab ee bhee batana padega ki vyangya tha ,ar...lijiye ab ee bhee batana padega ki vyangya tha ,are mharaaj ee votwa ke lie kahe itnaa pareshaan hue kauno netwaa ko keh dete sab ho jaataa, avinaash bhai ta ee mein maahir hain bhaiyaa aaur ham log ko to aadat ho gaya hai jee...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-46973231143113869212009-04-30T11:49:00.000+05:302009-04-30T11:49:00.000+05:30मज़ेदार पोस्ट पर रोचक टिप्पणी! टिप्पणी पर अत्यंत र...मज़ेदार पोस्ट पर रोचक टिप्पणी! टिप्पणी पर अत्यंत रोचक टिप्पणी!!, भाई, हमारा अप्रेल तो फ़ुल [पूरा] हो गया। अब मई दिवस में चले मज़दूरी<br />करने?<br />मन्सूर अली हाश्मीMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-60935010181243962952009-04-30T11:43:00.000+05:302009-04-30T11:43:00.000+05:30http://avinashvachaspati.blogspot.com/ आपके ब्लॉग...http://avinashvachaspati.blogspot.com/ आपके ब्लॉग का लिंक यहां पर दे दिया गया है। पुन: पधारें।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-8347105026867248912009-04-30T11:11:00.000+05:302009-04-30T11:11:00.000+05:30एम ज्ञान जी, हमें इंतजार है.....जबाव दीजिये.
आपने...एम ज्ञान जी, हमें इंतजार है.....जबाव दीजिये. <br />आपने भी अविनाश जी की तरह 'बनाया' है या खुद 'बन' गए?आरडीएक्सhttps://www.blogger.com/profile/04031857173448545431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-8032992505163442592009-04-30T10:58:00.000+05:302009-04-30T10:58:00.000+05:30एम ज्ञान जी
आज अप्रैल माह का अंतिम दिन है
जीवन ज...एम ज्ञान जी<br /><br />आज अप्रैल माह का अंतिम दिन है<br /><br />जीवन जीना बहुत कठिन है<br /><br />आपने जब मेरा प्रोफाइल पढ़ा<br /><br />तो यह भी अवश्य जाना होगा<br /><br />व्यंग्य लिखता हूं रचता हूं मैं<br /><br />एक अप्रैल को जिसकी <br />की थी ओपनिंग<br /><br />आज है उसकी क्लोजिंग<br /><br />कम्प्यूटर भाषा में<br /><br />जहां से ओपनिंग कमांड दी जाती है<br /><br />वहीं से क्लोजिंग की जाती है <br />आपने सबसे अंत में दिए गए<br /><br />इंटरनेट लिंक को नहीं खोला<br /><br />नहीं तो न होता इतना बड़ा लोचा<br /><br />आप खुद ही सब जान जाते<br /><br />और यह व्यंग्य ही है<br /><br />यह भी मान जाते<br /><br />मैं मूरख ही रहा<br /><br />व्यंग्य है यह<br /><br />जतला नहीं पाया<br /><br />पर इसमें संभावना है देखिए<br /><br />इस बार नहीं तो इससे अगली बार<br /><br />अवश्य ही इससे प्रेरणा पाकर<br /><br />इंटरनेट पर मत देते की <br />अवश्य होगी शुरूआत<br /><br />चंदन जी ने सही कहा है<br /><br />हंसते हंसते चेहरे से<br /><br />तीस में से उनतालिस घटाकर देखिए<br /><br />मैं तो सिर्फ यही कहूंगा <br />आप जमा भी करके देख सकते हैं<br /><br />गणित की पूरी लूट है<br />लू<br />जो मत नहीं डालना चाहते<br /><br />उसे इंटरनेट से मत डालने की पूरी छूट है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3907829058420401828.post-34398231526117462592009-04-30T08:12:00.000+05:302009-04-30T08:12:00.000+05:30गणित पढ़ो और आगे बढ़ो
तीस में उनतालिस घटा कर देखि...गणित पढ़ो और आगे बढ़ो<br /><br />तीस में उनतालिस घटा कर देखिये<br />पता चल जायेगा....<br /><br />ये सब चुहलबाजी है। <br />अन्यथा न लें।पी के शर्माhttps://www.blogger.com/profile/02419277158229138144noreply@blogger.com