एक ताज़ा घटनाक्रम में प्रो. सभरवाल के बेटे हिमांशु के दोस्त परमिंदर की लाश डीयू कैम्पस में मिली है। परमिंदर पेशे से एकाउंटेंट थे और प्रो. सभरवाल मर्डर केस में आए नागपुर कोर्ट के फैसले खिलाफ एक रैली के आयोजन में लगे थे। परमिंदर रैली के लिए पोस्टर चिपकाने गए हुए थे और आज, शुक्रवार की सुबह परमिंदर की लाश डीयू कैम्पस में मिली।
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2 comments:
कोई राजनैतिक दल जब अपराध करने लगता है तो धीरे धीरे अंडरवर्ड का हिस्सा हो जाता है और संसद में जोर जोर से राजनीति के अपराधीकरण के विरुद्ध चिल्लाता है।
कानून अन्धा और बहरा है।
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